चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field)

चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field): किसी चुम्बक के चारो ओर का वह क्षेत्र जहाँ तक उसका प्रभाव अनुभव किया जाता है, उस चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र कहलाता है। इसे B से प्रर्दर्शित किया जाता है।
  • चुम्बकीय क्षेत्र एक सदिश राशि है इसमें दिशा तथा परिमाण दोनो होते है।
  • चुम्बकीय क्षेत्र का SI मात्रक 'टेस्ला' या बेबर/मीटर² होता है। चुम्बकीय क्षेत्र के छोटे मात्रक के रूप में 'गॉस' लिया जाता है। 
               1 टेस्ला = 10⁴ गॉस
चुम्बकीय बल रेखाएँ (Megnetic Field Lines): किसी चुम्बक के चारो ओर उपस्थित चुम्बकीय क्षेत्र में पायीं जाने वाली काल्पनिक रेखाओं को चुम्बकीय बल/क्षेत्र रेखाएं कहते है।
  • इन रेखाओ के किसी भी बिंदु पर खिंची गयी स्पर्श रेखा, उस बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र कज दिशा को बताती है।
  • ये रेखाएं कम्पास की सहायता से खिंची जाती है।
चुम्बकीय बल रेखाओ के गुणधर्म:
  1. चुम्बकीय बल रेखाएं हमेसा उत्तरी ध्रुव से प्रारम्भ होकर दक्षिणी ध्रुव की ओर जाती है।
  2. चुम्बक के भीतर इनकी दिशा दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होती है।
  3. ये हमेसा बन्द वक्र बनाती है।
  4. चुम्बक के ध्रुवो के पास चुंबकीय बल रेखाएं पास पास होती है, क्योकि यहाँ चुम्बकीय क्षेत्र प्रबल होता है।
  5. चुम्बक के ध्रुवो से देय जाने पर चुम्बकीय बल रेखाएं के बीच की दूरी बढ़ती जाती है क्योंकि चुम्बकीय क्षेत्र दुर्बल होता जाता है।
  6. दो चुम्बकीय बल रेखाएं परस्पर कभी नही काटती है क्योंकि ये अगर परस्पर काटेंगी तो उस बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की 2 दिशा हो जाएगी जो सम्भव नही है।
  7. एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में चुम्बकीय बल रेखाएँ परस्पर समान्तर होती है।
चुम्बकीय फ्लक्स (Magnetic Flux): एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित किसी सतह के अभिलम्बवत गुजरने वाली चुम्बकीय बल रेखाओ की कुल संख्या को , चुम्बकीय फ्लक्स कहते है। इसे ф से प्रदर्शित करते है।
            ф =B.A =BAcosӨ
चुम्बकीय फ्लक्स का SI मात्रक वेबर या टेस्ला/मीटर² होता है।
यदि कोई तल चुम्बकीय क्षेत्र के समांतर होगा तो Ө=0 होगा
           ф =BAcos0 = 0
अर्थात कोई तल चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर होने पर उस तल में से कोई चुम्बकीय बल रेखा नही गुजरेगी ओर चुम्बकीय फ्लक्स का मान शून्य होगा।
चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता (Intensity of Magnetic Field): चुम्बकीय क्षेत्र के द्वारा किसी पदार्थ के चुम्बकन का मापन ही उस पदार्थ की चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता कहलाती है।
इसे निर्वात में चुम्बकीय प्रेरण तथा चुम्बकीय पारगम्यता के अनुपात के रूप में प्रदर्शित किया जाता है अर्थात
        H = B。/u。
जहाँ u。= 4π×10-⁷ न्यूटन/एम्पियर² है। चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का SI मात्रक एम्पियर/मीटर है तथा CGS मात्रक ऑर्स्टेड है।   

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