कंप्यूटर का इतिहास

कम्प्युटर (Computer):
➡यह एक इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस है जो निर्देशो के अनुसार डाटा ग्रहण करता है ,उसे प्रोसेस करता है तथा प्राप्त परिणाम को प्रदर्शित (dispaly) /संग्रहित (storage) करता है।
➡computer शब्द की उत्पत्ति लेटिन भाषा
के computerae से हुई है जिसका अर्थ है गणना करना।
➡कंप्यूटर का जनक चार्ल्स बेबेज को माना जाता है।
➡प्रत्येक वर्ष 2 दिसम्बर को कंप्यूटर साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
➡आधुनिक कंप्यूटर का जनक एलन ट्यूरिंग को कहा जाता है।
➡आधुनिक कंप्यूटर का आधार अबेकस को माना जाता है जो सबसे पहला सरल यन्त्र था तथा जोड़ने व घटाने में प्रयुक्त किया जाता था।  अबेकस का आविष्कार ली काई चेन ने 16वी शताब्दी में किया था।
आधुनिक कंप्यूटर की उत्पत्ति 5 पीढ़ीयो में बाँटा गया है-

प्रथम पीढ़ी:
1940 से 1956 तक प्रयुक्त किये गए कंप्यूटरों को प्रथम पीढ़ी के अंतर्गत रखा गया है।
➡ इसमें वेक्यूम ट्यूब का उपयोग स्विचिंग डिवाइस के रूप में किया जाता था।
➡ स्टोरेज डिवाइस के रूप में मेग्नेटिक ड्रम उपयोग लिए जाते थे।
➡इनकी स्पीड 333 माइक्रो-सेकण्ड्स थी।
बेच ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।
मशीनी भाषा अर्थात 0 और 1 का उपयोग होता था।

द्वितीय पीढ़ी:
1956 से 1963 तक प्रयुक्त किये गए कंप्यूटरों को द्वितीय पीढ़ी के अंतर्गत रखा गया है।
➡ इसमें ट्रांज़िस्टर का उपयोग स्विचिंग डिवाइस के रूप में किया जाता था।
➡ स्टोरेज डिवाइस के रूप में मेग्नेटिक कोर टेक्नोलॉजी उपयोग की जाती थी।
➡इनकी स्पीड 10 माइक्रो-सेकण्ड्स थी।
मल्टी बैग, रिमेनींग टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।
एसेम्बली भाषा व उच्च स्तरीय भाषा  का उपयोग होता था।

तृतीय पीढ़ी:
1963 से 1971 तक प्रयुक्त किये गए कंप्यूटरों को तृतीय पीढ़ी के अंतर्गत रखा गया है।
➡ इसमें इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) का उपयोग स्विचिंग डिवाइस के रूप में किया जाता था।
➡ स्टोरेज डिवाइस के रूप में मेग्नेटिक कोर टेक्नोलॉजी उपयोग ली जाती थी।
➡इनकी स्पीड 100 नैनो-सेकण्ड्स थी।
वास्तविक समय या टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।
फोरट्रोन, कोबोल आदि भाषाओ का उपयोग होता था।

चतुर्थ पीढ़ी:
1971 से 1980 तक प्रयुक्त किये गए कंप्यूटरों को चतुर्थ पीढ़ी के अंतर्गत रखा गया है।
➡ इसमें बड़े पैमाने पर इंटीग्रेटेड सर्किट (VLSI) का उपयोग स्विचिंग डिवाइस के रूप में किया जाता था।
➡ स्टोरेज डिवाइस के रूप में सेमीकंडक्टर मेमोरी तथा विन्चेस्टर का उपयोग किया जाता था।
➡इनकी स्पीड 300 नैनो-सेकण्ड्स थी।
टाइम शेयरिंग नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।
फोरट्रोन-77 , पास्कल , ADA , कोबोल-74 भाषा का उपयोग होता था।

पंचम पीढ़ी:
1980 से आगे तक प्रयुक्त किये गए कंप्यूटरों को पंचम पीढ़ी के अंतर्गत रखा गया है।
➡ इसमें  सबसे बड़े पैमाने पर इंटीग्रेटेड सर्किट (ULSI) का उपयोग स्विचिंग डिवाइस के रूप में किया जाता है।
➡ स्टोरेज डिवाइस के रूप में ऑप्टिकल डिस्क उपयोग ली जाती है।
➡इनकी स्पीड  उच्च है तथा लगातार इसे बढ़ाया जा रहा है।
नॉलेज इन्फॉर्मेशन ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है।
हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग होता है।

No comments:

Post a Comment

मैं योगेश प्रजापत आपका तह दिल से शुक्रगुजार हूं कि आपने अपने कीमती समय हमारी वेबसाइट के लिए दिया, कमेंट करके अवश्य बताए कि हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपको केसी लगी...🙏🙏🙏