कंप्यूटर का वर्गीकरण

कंप्यूटर का वर्गीकरण:

कंप्यूटर को उसके आकार तथा उसके उपयोग के आधार पर 2 प्रकार से वर्गीकृत किया गया है-
1) आकार के आधार पर
2) अनुप्रयोग के आधार पर

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1) आकार के आधार पर:

आकार के आधार पर कंप्यूटर को 4 प्रकारों में विभाजित किया गया है-
a) माइक्रो कंप्यूटर (micro computer): ये कंप्यूटर आकर में अत्यन्त छोटे होते है, इन्हें आसानी से टेबल पर रखा जा सकता है। ये काफी सस्ते भी होते है।
1970 में intel के द्वारा माइक्रोप्रोसेसर का आविष्कार किया गया था , जिनका उपयोग इन कंप्यूटरो में करने से काफी सस्ते हो गये।
उदाहरण: डेस्कटॉप कंप्यूटर (PC) , टेबलेट कंप्यूटर, पामटॉप, नोटबुक, स्मार्ट फ़ोन आदि।
b) मिनी कंप्यूटर ( Mini computer): इनकी कार्यक्षमता तथा कीमत दोनो ही माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक होती है, इसलिए इनका प्रयोग व्यक्तिगत रूप से नही किया जाता है।
उदाहरण: HP 9000, IBM 17 आदि
c) मेनफ्रेम कंप्यूटर ( Mainframe computer): ये आकार तथा कार्यक्षमता में मिनी कंप्यूटर से भी अधिक होते है। इनका उपयोग बड़ी कंपनियों, या बैंको या अन्य सरकारी भवनों में सिर्फ केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में किया जाता है।
उदाहरण: IBM 370, IBM 390, UNIVAC 1110 आदि।
d) सुपर कंप्यूटर ( super computer): ये सबसे बड़े आकार के होते है , इनका आकार एक सामान्य कमरे के जितना बड़ा होता है। इनकी कार्यक्षमता तथा संग्रहण क्षमता अत्यधिक होती है। इनका उपयोग मौसम विभाग , एनिमेशन में , अंतरिक्ष संस्थानों में आदि में होता है।
उदाहरण: क्रे-1, परम, सागा-220, टाइटन आदि।
💡 क्रे-1 विश्व का पहला सुपर कंप्यूटर है।
💡 परम भारत का पहला सुपर कंप्यूटर है। जिसे C-DAC ने बनाया था।
💡 टाइटन पहला सुपर कंप्यूटर है जो GPU ( graphics process unit) पर आधारित है।
💡 तिआन्हे-2 विश्व का सबसे तेज कार्य करने वाला सुपर कंप्यूटर है।

2) अनुप्रयोग के आधार पर: 

अनुप्रयोग के आधार पर कंप्यूटर 3 प्रकार के होते है-
a) एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer): ये कंप्यूटर किसी भी भोतिक मात्राओं जैसे ताप, दाब, लम्बाई आदि का मापन करके परिणाम को अंको के रूप में प्रदर्शित करते है। इनका उपयोग विज्ञान तथा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में किया जाता है।
उदाहरण: स्पीडोमीटर, सिस्मोग्राफ आदि।
b) डिजिटल कंप्यूटर ( Digital Computer): ये कंप्यूटर डाटा को 0 तथा 1 के रूप में प्रोसेस करके इलेक्ट्रॉनिक्स रूप में परिणाम को दर्शाते हैं। इसका उपयोग एनिमेशन में , घरों में तथा व्यापार में किया जाता है।
उदाहरण: डेस्कटॉप कम्प्यूटर तथा लैपटॉप।
c) हाईब्रीड कंप्यूटर (Hybrid Computer):  यह एनालॉग तथा डिजिटल कंप्यूटरों का मिश्रण होता है। इसमें इनपुट तथा आउटपुट एनालॉग के रूप में होते है लेकिन प्रोसेसिंग डिजिटल रूप से होती है अर्थात 0 तथा 1 के रूप में। इनका उपयोग सामन्यतः चिकित्सा क्षेत्र में किया जाता है।
उदाहरण: ECG मशीन , DIALYSIS मशीन आदि।

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Q. भारत का पहला कंप्यूटर कोनसा था ?



3 comments:

मैं योगेश प्रजापत आपका तह दिल से शुक्रगुजार हूं कि आपने अपने कीमती समय हमारी वेबसाइट के लिए दिया, कमेंट करके अवश्य बताए कि हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपको केसी लगी...🙏🙏🙏